ओडिशा के इस छोटे जिले में बाल विवाह रोकने के लिए हुई अनूठी पहल, किशोरियों का डेटा किया गया रजिस्टर | Unique initiative to stop child marriage in small district of Odisha, data of adolescent girls was registered
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oi-Bhavna Pandey
भुवनेश्वर, 22 सितंबर। शिक्षा का स्तर बढ़ने के बावजूद अभी भी समाज में बाल विवाह की शिकायतें आ रही हैं। वहीं अब बाल विवाह को रोकने के उद्देश्य से ओडिशा के एक छोटे से जिले नयागढ़ में किशोरियों की जानकारी दर्ज करके एक अनूठी पहल की है।

इसे अलीवा कार्यक्रम नाम दिया गया है। इस रजिस्टर में जन्म पंजीकरण तिथि से लेकर आधार संख्या एवं पारिवारिक विवरण से लेकर कौशल प्रशिक्षण तक 48,642 किशोरियों की जानकारी दर्ज की गई है। ओडिशा के इस छोटे गांव की कुल आबादी 9,62,789 वहीं नयागढ़ का लिंगानुपात 855 है। जिले के अलग-अलग स्थानों में बाल विवाह की अभी भी प्रथा है। जिसे यहां के लोग समाजिक रीति रिवाज का हिस्सा मानते हैं।
बाल विवाह के कारण स्कूल में लड़कियों का बढ़ रहा ड्रापआउट रेट
बाल विवाह 14-19 वर्ष के आयु वर्ग में किए जाने के कारण लड़कियों के छात्रों के बीच ड्रॉपआउट अधिक होता है यानी स्कूल छोड़ने वाली लड़कियों की संख्या बहुत अधिक है। जिसके बाद जिला प्रशासन ने जनवरी 2021 में अलीवा कार्यक्रम शुरू किया। आंगनबाडी कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाली हर किशोरी की पहचान करें और उन पर नजर रखें। जिले के 1,584 आंगनबाडी केंद्रों में 1,584 रजिस्टर उपलब्ध हैं।
100 पन्नों के रजिस्टर में दर्ज की गई है ये सूचना
100 पन्नों के रजिस्टर में लड़की के पिता के नाम के साथ उसका रिकॉर्ड भी रखा जाता है। जिसमें हर पन्ने में शिक्षा, जन्म पंजीकरण तिथि, आधार कार्ड संख्या, संपर्क विवरण और परिवार के विवरण सहित किशोर लड़की का डेटा होता है। लड़की की उम्र को स्थानीय स्कूल के प्रधानाध्यापक, पिता, पर्यवेक्षक और बाल विवाह निषेध अधिकारी (सीएमपीओ) द्वारा अनुमोदित किया जाता है।
राज्य का लक्ष्य 2030 तक बाल विवाह को खत्म करना है
रजिस्टर के अंत में किशोरियों के बाल विवाह, शैक्षिक प्रगति, कौशल प्रशिक्षण की स्थिति और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के बारे में जानकारी दी गई है। नयागढ़ जिले ने 10 साल – 2020 से 2030 की अवधि के लिए रिकॉर्ड बनाए रखने का फैसला किया है। ओडिशा की बाल विवाह रोकथाम रणनीति के अनुसार, राज्य का लक्ष्य 2030 तक बाल विवाह को खत्म करना है।
48,642 किशोरियों का नाम इसमें रजिस्टर किया गया
48,642 किशोरियों का नाम इसमें रजिस्टर किया गया। जिसमें अकेले राणापुर ब्लॉक में 10 से 19 वर्ष की आयु की लगभग 9,421 लड़कियां हैं। सबसे कम 2,092 गनिया प्रखंड में लड़कियां रजिस्टर हुई। कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए रजिस्टर उपयोगी रहा है, क्योंकि माता-पिता सजा से बचने के लिए अपनी लड़कियों की उम्र के बारे में झूठ बोलने का प्रयास करते हैं।
English summary
Unique initiative to stop child marriage in small district of Odisha, data of adolescent girls was registered
Story first published: Thursday, September 22, 2022, 19:31 [IST]