‘भारत को दूसरा जहीर खान मिल गया’, पाकिस्तानी वर्ल्ड कप स्टार को नए बॉलर में दिखी जबरदस्त प्रतिभा | IND vs SA: Zaheer Khan young version is Arshdeep Singh, Kamran Akmal says he is incredible

बाएं हाथ के कई गेंदबाज आए लेकिन
टीम इंडिया में बाएं हाथ के कई गेंदबाज आए लेकिन कोई भी जहीर के स्तर को छू नहीं सका। आशीष नेहरा बहुत शानदार थे लेकिन वे चोट के चलते बहुत सीमित होकर रह गए। इस समय भारत के पास तेज गेंदबाजों की एक फौज तैयार है लेकिन बाएं हाथ के गेंदबाज अभी भी नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल ने एक ऐसे गेंदबाज की ओर इशारा किया है जिसको उन्होंने भारत का दूसरा जहीर खान बताया है।

अर्शदीप सिंह
कामरान अकमल का यह कमेंट भारत की दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 में मिली जीत के बाद आया है। टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 8 विकेट से तिरुवंतपुरम में हरा दिया था और इसमें दीपक चाहर के साथ जिस गेंदबाज ने भूमिका निभाई थी वह थे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह। अर्शदीप सिंह ने एक ही ओवर में 3 विकेट चटका कर दक्षिण अफ्रीका की रीढ़ की हड्डी चटका दी थी और उनको 9 रनों के स्कोर पर ही 5 विकेट का नुकसान दे दिया।

भारत को दूसरा जहीर खान मिल गया
अर्शदीप ने 4 ओवर में 32 रन देकर तीन विकेट लिए और उनको बाद में प्लेयर ऑफ द मैच दिया गया। 23 साल के इस गेंदबाज की कामरान अकमल ने तारीफ की है और कहा है कि भारत को उनका दूसरा जहीर खान मिल गया है। अपने यूट्यूब चैनल पर अकमल ने कहा कि, अर्शदीप सिंह एक अविश्वसनीय गेंदबाज हैं। भारत को दूसरा जहीर खान मिल गया है। स्पीड और स्विंग दोनों हैं और समझदारी से गेंदबाजी करता है। उसकी मेंटालिटी स्ट्रांग है उसको पता है उसकी काबिलियत क्या है, कैसे कंडीशन को यूज करना है।

समझदारी और मैच्योरिटी को बताया सिंह की बड़ी ताकत
अकमल कहते हैं कि इतनी कम उम्र में जिस तरह की समझदारी और मैच्योरिटी अर्शदीप अभी से रखते हैं वह टीम इंडिया के लिए अच्छा संकेत है। अकमल ने कहा, उसने रिले रुसोव को विकेट के पीछे आउट कराया, डिकॉक को को बोल्ड किया। लेकिन उनकी सबसे अच्छी अप्रोच डेविड मिलर के खिलाफ दिखाई दी जब वह गेंद को बाहर निकालते रहे और फिर एक इनस्विंग से बोल्ड कर दिया। ये अविश्वसनीय था। बड़ी जबरदस्त और मैच्योरिटी के साथ बोलिंग की है। स्पीड भी है युवा भी है भारत के लिए एक अच्छा संकेत है। उस टीम को बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की जरूरत भी थी क्योंकि जहीर खान के बाद कोई आ नहीं रहा था।