लता दीदी को भी कभी किया गया था रिजेक्ट, फिर इस गाने से चमकी किस्मत, जानें ‘स्वर कोकिला’ के अनसुने किस्से | lata mangeshkar birthday once got rejected by filmmaker know the untold stories

लता मंगेशकर को किया गया था रिजेक्ट
लता मंगेशकर की आवाज जिसकी आज पूरी दुनिया दीवानी है उनको भी कभी अपने इस हुनर के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। कोई उनकी आवाज को पतली कहता था तो कोई उनको अपनी गायकी में सुधार बोलकर उन्हें खारिज कर दिया जाता था। आपको बता दें कि लता मंगेशकर को उनके हुनर के एक फिल्ममेकर ने रिजेक्ट किया था। चलिए जानते हैं कि आखिर वो फिल्ममेकर कौन हैं?

इस फिल्ममेकर ने बताया था पतली आवाज
ऐसा कहा जाता है कि लता मंगेशकर की प्रतिभा को सबसे पहले प्रसिद्ध संगीतकार मास्टर गुलाम हैदर ने पहचाना था। उनको लता जी की आवाज अच्छी लगी थी जिसके बाद वह उन्हें लेकर फिल्ममेकर शशधर मलिक के पास पहुंचे। ये उस वक्त की बात है जब शशधर मलिक फिल्म शहीद बना रहे थे। जब लता जी से शशधर मलिक की मुलाकात हुई तो उन्होंने फिल्ममेकर को अपना गीत सुनाया तो उन्होंने लता जी की आवाज को बहुत पतला बताकर रिजेक्ट कर दिया था।

इस गाने से बदली लता दीदी की किस्मत
लता जी का रिजेक्शन सुनने के बाद ये बात गुलाम हैदर को जरा हजम नहीं हुई। बस फिर क्या उन्होंने लता जी को बेहतरीन सिंगर बनाने की ठान ली। साल 1948 में रिलीज हुई फिल्म ‘मजबूर’ के लिए लता मंगेशकर पहला गाना गाया। गाने के बोल थे ‘दिल मेरा तोड़ा’। ये गाना उस समय काफी हिट हुआ इसके बाद लता मंगेशकर ने बॉलीवुड में अपने करियर में कई हिट सॉन्ग गाए।

पहले गीत से हुई थी इतनी कमाई
आप में से ये बात कम ही लोग जानते होंगे कि लता मंगेशकर ने मात्र 13 साल की उम्र से ही अपना करियर शुरू किया था। उन्होंने अपने पहले गाने के लिए सिर्फ 25 रुपये लिए थे। इसके बाद लता जी ने फिल्म इंडस्ट्री के लिए हजारों मशहूर गीत गाए साथ ही गायिकी के लिए कई विश्व रिकॉर्ड भी बनाए।

फैंस के दिलों में जिंदा रहेंगी लता दीदी
लता मंगेशकर अब भले ही हमारे बीच नहीं रही लेकिन उनकी आवाज आज भी लोगों के दिलों में गुंजती है। उनके जन्मदिन के मौके पर फैंस उन्हें याद कर सोशल मीडिया पर उन्हें विश कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि फैंस उन्हें आज भी याद करते हैं। लता दीदी हमेशा हम सबके दिलों में जिंदा रहेंगी।