Ankita Case: बुलडोजर वाली कार्रवाई बनी पहेली, CM के ट्विटर से की गई थी डिटेल शेयर, प्रशासन तब भी मौन | ANKITA BHANDARI CASE vanantara-resort Bulldozer action details shared Twitter administration silent

विपक्ष का आरोप, रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाने से साक्ष्य मिटने का खतरा
अब तक जो भी बातें सामने आई हैं, उसके हिसाब से प्रशासन इस बात से इनकार कर रहा है कि रिजॉर्ट में बुलडोजर चलाने में प्रशासन का रोल है। पीड़ित पक्ष और विपक्ष का आरोप है कि रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाने से साक्ष्य मिटने का खतरा है। हालांकि जांच कर रही टीम और पुलिस का कहना है कि रिजॉर्ट से जरूरी साक्ष्य पहले ही जुटा लिए गए हैं। लेकिन सीएम पुष्कर सिंह धामी और स्थानीय विधायक के सोशल मीडिया पेज पर दी गई जानकारी से भी कई सवाल उठने लगे हैं।

अंकिता हत्याकांड में सबसे अहम कड़ी है वनंतरा रिजॉर्ट
अंकिता हत्याकांड में सबसे अहम कड़ी है वनंतरा रिजॉर्ट। ये वही रिजॉर्ट है। जहां अंकिता भंडारी बतौर रिसेप्सनिस्ट काम कर रही थी। दावा है कि इस रिजॉर्ट में अनैतिक काम के लिए ही अंकिता पर दबाव बनाया जा रहा था। जिस पर अंकिता ने इनकार किया तो उसे अपनी जान गंवानी पड़ी। ऐसे में वनंतरा रिजॉर्ट में ऐसा क्या होता था, जिसके लिए बार-बार स्टाफ और कर्मचारी सामने आकर बयान दे रहे हैं। ये सब एसआईटी सच सामने लाने की कोशिश में जुटी है। साफ है कि रिजॉर्ट के अंदर हो रही गतिविधि ही सबसे अहम कड़ी है।

बुलडोजर चलाने में इतनी जल्दीबाजी क्यों दिखाई गई
लेकिन जब से रिजॉर्ट में बुलडोजर चला है तब से विपक्ष और अंकिता के परिजन सवाल खड़े कर रहे हैं। यहां तक की मीडिया रिपोर्ट्स में दावा है कि अंकिता जिस कमरे में रह रही थी, उस कमरे में भी बुलडोजर चलाया गया है। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि जिस रिजॉर्ट में अहम साक्ष्य थे, वहां बुलडोजर चलाने में इतनी जल्दीबाजी क्यों दिखाई गई।

यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट के फेसबुक पेज पर भी ये वीडियो शेयर किया गया
24 सितंबर को वनंतरा रिजॉर्ट में बुलडोजर चलाने की कार्रवाई का वीडियो सामने आया। मीडिया रिपोर्ट्स में जानकारी मिली कि सरकार की और से कार्रवाई की गई। यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट के फेसबुक पेज पर भी ये वीडियो शेयर किया गया। जिसमें मौके पर वह खुद मौजूद नजर आ रही हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ट्विटर हैंडिल पर भी ये जानकारी दी गई कि रिजॉर्ट पर बुलडोजर कार्रवाई की गई है। लेकिन जब स्थानीय प्रशासन से इसकी जानकारी ली गई तो किसी ने भी इस कार्रवाई के लिए हामी नहीं भरी। सबने इसकी जानकारी न होने की बात की।

घटना के सबसे अहम एविडेंस पर बुलडोजर चलाने का विरोध
पहले तो सोशल मीडिया में आरोपियों की संपत्ति पर बुलडोजर चलाने की मांग की गई। लेकिन जैसे ही बुलडोजर कार्रवाई का वीडियो सामने आया तो घटना के सबसे अहम एविडेंस पर बुलडोजर चलाने का विरोध होने लगा। इसको लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा हो गया। अंकिता के परिजनों और विपक्ष ने बुलडोजर से साक्ष्य मिटने को लेकर सवाल खड़े किए।

सीएम पुष्कर सिंह धामी के ट्विटर हैंडिल पर इसकी जानकारी शेयर की गई
इस प्रकरण से अब तक स्थानीय प्रशासन, विधायक और जिला पंचायत सदस्य पर सवाल खड़े हुए हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि जब सीएम पुष्कर सिंह धामी के ट्विटर हैंडिल पर इसकी जानकारी शेयर की गई और स्थानीय विधायक के फेसबुक पेज पर इससे संबंधित वीडियो और जानकारी शेयर की गई तो फिर प्रशासन इस बात से इनकार क्यों कर रहा है साथ ही इस कार्रवाई के लिए एक दूसरे पर आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं। ये बड़ा सवाल है।